Bharatiya Sakshya Act, 2023 Section 24 in Hindi
24. जब कि एक से अधिक व्यक्ति एक ही अपराध के लिए संयुक्त रूप से विचारित हैं तथा ऐसे व्यक्तियों में से किसी एक के दवारा, अपने को और ऐसे व्यक्तियों में से किसी अन्य को प्रभावित करने वाली की गई संस्वीकृति को साबित किया जाता है, तब न्यायालय ऐसी संस्वीकृति को ऐसे अन्य व्यक्ति के विरुद्ध तथा ऐसे संस्वीकृति करने वाले व्यक्ति के विरुदध विचार में ले सकेगा।
स्पष्टीकरण 1-इस धारा में प्रयुक्त ‘अपराध’ शब्द के अन्तर्गत उस अपराध का दुष्प्रेरण या उसे करने का प्रयत्न आता है।
स्पष्टीकरण 2-एक से अधिक व्यक्तियों का विचारण किसी ऐसे अभियुक्त की अनुपस्थिति में किया जाता है, जो भगौड़ा है या जो भारतीय नागरिक सुरक्षा (दूसरी) संहिता, 2023 की धारा 84 के अधीन जारी उद्घोषणा का अनुपालन करने में असफल रहता है. इस धारा के प्रयोजन के लिए संयुक्त विचारण समझा जाएगा ।
(क) क और ख को ग की हत्या के लिए संयुक्ततः विचारित किया जाता है। यह साबित किया जाता है कि क ने कहा, “ख और मैंने म की हत्या की है।” ख के विरुद्ध इस संस्वीकृति के प्रभाव पर न्यायालय विचार कर सकेगा ।
(ख) म की हत्या करने के लिए क का विचारण हो रहा है। यह दर्शित करने के लिए साक्ष्य है कि ग की हत्या क और ख द्वारा की गई थी और यह कि ख ने कहा था कि ‘क और मैंने ग की हत्या की है। न्यायालय इस कथन को क के विरुद्ध विचारार्थ नहीं ले सकेगा, क्योंकि ख संयुक्ततः विचारित नहीं हो रहा है।
Bharatiya Sakshya Act, 2023 Section 24 in English
- When more persons than one are being tried jointly for the same offence, and a confession made by one of such persons affecting himself and some other of such persons is proved, the Court may take into consideration such confession as against such other person as well as against the person who makes such confession.
Explanation I.—”Offence”, as used in this section, includes the abetment of, or attempt to commit, the offence.
Explanation II.—A trial of more persons than one held in the absence of the accused who has absconded or who fails to comply with a proclamation issued under section 84 of the Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023 shall be deemed to be a joint trial for the purpose of this section.
Illustrations
(a) A and B are jointly tried for the murder of C. It is proved that A said—”B and I murdered C”. The Court may consider the effect of this confession as against B.
(b) A is on his trial for the murder of C. There is evidence to show that C was murdered by A and B, and that B said—”A and I murdered C”. This statement may not be taken into consideration by the Court against A, as B is not being jointly tried.